खेत के लिए ऑर्गेनिक खाद कैसे बनाएं Organic fertilizer for agriculture farming
खेत के लिए ऑर्गेनिक खाद कैसे बनाएं kaise taiyar karen
खेत के लिए ऑर्गेनिक खाद बनाना एक बहुत ही अच्छा तरीका है। इससे मिट्टी की सेहत सुधरती है और फसल की गुणवत्ता भी बढ़ती है। ऑर्गेनिक खाद कई तरह से तैयार की जा सकती है, लेकिन यहाँ हम तीन मुख्य तरीकों के बारे में बात करेंगे जो सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होते हैं।
1. गोबर की खाद (कम्पोस्ट खाद)
यह सबसे पुराना और प्रचलित तरीका है। इसमें गोबर, सूखे पत्ते, फसल के अवशेष और अन्य जैविक कचरे को एक जगह इकट्ठा करके सड़ाया जाता है।
सामग्री:
* गाय या भैंस का गोबर
* फसल के अवशेष (पराली, भूसा, डंठल)
* सूखे पत्ते और घास
* किचन का जैविक कचरा (सब्जियों के छिलके)
* मिट्टी और पानी
बनाने का तरीका:
* खेत में एक गड्ढा खोदें (लगभग 3 मीटर लंबा, 2 मीटर चौड़ा और 1 मीटर गहरा)।
* गड्ढे की निचली सतह पर थोड़ी सी मिट्टी डालें, फिर पानी का छिड़काव करके उसे नम कर लें।
* अब इसमें एक परत फसल के अवशेष और सूखे पत्तों की बिछाएं।
* इसके ऊपर गोबर की एक परत डालें।
* यह प्रक्रिया तब तक दोहराते रहें जब तक गड्ढा पूरी तरह न भर जाए और ढेर जमीन से 30-40 सेंटीमीटर ऊपर न हो जाए।
* आखिर में पूरे ढेर को मिट्टी की एक पतली परत से ढक दें।
* खाद को हर 15-20 दिनों में एक बार पलटते रहें ताकि हवा का संचार बना रहे।
* लगभग 3-4 महीनों में खाद तैयार हो जाएगी।
2. वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद)
यह केंचुओं की मदद से तैयार की गई एक बेहतरीन खाद है, जिसमें पोषक तत्व बहुत ज़्यादा मात्रा में होते हैं।
सामग्री:
* केंचुए (खासकर लाल केंचुए या आइसेनिया फेटिडा)
* गोबर
* फसलों के अवशेष और सूखे पत्ते
* पानी
बनाने का तरीका:
* सबसे पहले, एक छायादार जगह पर ज़मीन से ऊपर एक बेड बनाएं।
* बेड की निचली परत में मोटे अवशेष जैसे लकड़ी के टुकड़े और नारियल के छिलके डालें।
* अब इसके ऊपर 6-8 इंच मोटी गोबर और जैविक कचरे की परत बिछाएं।
* इस परत पर केंचुए डालें।
* पूरे बेड में नमी बनाए रखें और इसे जूट की बोरी से ढक दें।
* केंचुए इस कचरे को खाते रहेंगे और धीरे-धीरे उसे खाद में बदल देंगे।
* लगभग 45-60 दिनों में खाद तैयार हो जाती है।
3. हरी खाद
यह एक ऐसा तरीका है जिसमें किसी खास फसल को उगाकर उसे मिट्टी में मिला दिया जाता है।
फसलें:
* सनैई
* ढैंचा
* मूंग
* लोबिया
बनाने का तरीका:
* खेत में मई-जून के महीने में इन फसलों को बो दें।
* जब फसल 45-60 दिनों की हो जाए और उसमें फूल आने लगे, तो उसे बिना काटे खेत में ही जुताई करके मिट्टी में मिला दें।
* यह फसल धीरे-धीरे मिट्टी में सड़कर खाद में बदल जाएगी, जिससे मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ेगी और उसकी बनावट में सुधार होगा।
यह तीनों ही तरीके आपके खेत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इनमें से आप अपनी सुविधा और उपलब्ध सामग्री के अनुसार कोई भी तरीका अपना सकते हैं।
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